
2025 में बसंत पंचमी पर अपने दोस्त, प्रियजनों को wish करे “Basant Panchami Shayari” हिंदी में क्योंकि बसंत पंचमी विद्या, ज्ञान और संगीत की देवी मां सरस्वती की आराधना का पावन पर्व है, जो जीवन में नई ऊर्जा, सकारात्मकता और उल्लास का संचार करता है। इस दिन पीले वस्त्र धारण कर, सरस्वती वंदना और विद्या अर्जन का संकल्प लेना शुभ माना जाता है।
बसंत ऋतु के आगमन से प्रकृति पीली सरसों की चादर ओढ़ लेती है। इस शुभ अवसर पर हम मां सरस्वती को नमन कर ज्ञान, विद्या और बुद्धि का आशीर्वाद मांगते हैं। बसंत पंचमी का दिन मां सरस्वती की कृपा पाने का दिन है। इस अवसर पर हम प्रार्थना करते हैं कि हमारे विचार शुद्ध और ज्ञान से परिपूर्ण हों तथा जीवन में खुशियों की बौछार बनी रहे।
पीली सरसों खिली खेतों में, आई ऋतुराज की बयार,
मां सरस्वती के चरणों में, श्रद्धा से हम करें नमस्कार।
ज्ञान की देवी का आशीष मिले, उज्जवल हो हर एक विचार,
बसंत की इस पावन बेला में, खुशियों की हो फुहार।
बसंत पंचमी पर पीले वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है। इस दिन मधुर वाणी और अच्छे कर्मों से मां सरस्वती को प्रसन्न करने का प्रयास करना चाहिए ताकि विद्या और बुद्धि का आशीर्वाद प्राप्त हो। बसंत ऋतु के आगमन से सरसों के खेत खिल उठते हैं और यह त्योहार उल्लास और नई ऊर्जा का प्रतीक बन जाता है।
वीणा की झंकार से गूंज उठे ये धरा,
बसंत की सुगंध से महक जाए हर दिशा।
पीत वस्त्र, मीठे बोल, मां सरस्वती का रहे साथ,
विद्या, बुद्धि और ज्ञान से, सबका हो सदा विकास।
बसंत ऋतु के आगमन से सरसों के खेत खिल उठते हैं और यह त्योहार उल्लास और नई ऊर्जा का प्रतीक बन जाता है। मां सरस्वती की वीणा से निकली ध्वनि कल्याणकारी होती है। हम सभी कामना करते हैं कि उनके आशीर्वाद से हर घर में विद्या और ज्ञान का प्रकाश फैले।
सरसों के खेतों में आई बहार,
बसंत पंचमी का शुभ त्योहार।
वीणा वादिनी करे कल्याण,
हर घर में हो विद्या दान।
बसंत पंचमी के आगमन से कोयल की मधुर आवाज वातावरण को संगीतमय बना देती है, ठीक वैसे ही जैसे मां सरस्वती का आशीर्वाद हमारे जीवन में मिठास घोल देता है। बसंत पंचमी केवल त्योहार ही नहीं, बल्कि शिक्षा और ज्ञान को महत्व देने का भी संदेश देती है। कलम की शक्ति को पहचानकर हम समाज को सशक्त बना सकते हैं।
बसंत की मस्ती, कोयल की तान,
मां सरस्वती का पावन वरदान।
कलम की ताकत को पहचानो,
विद्या से सुंदर जग को बनाओ।
जब मां सरस्वती की वीणा गूंजती है, तो वह आशीर्वाद की वर्षा करती है, जिससे अज्ञान का अंधकार मिट जाता है और ज्ञान की रोशनी हर हृदय में जगमगा उठती है। बसंत पंचमी न केवल ज्ञान और शिक्षा का पर्व है, बल्कि यह प्रेम, सद्भाव और उत्साह को भी बढ़ाने का अवसर है। इस दिन हम अपने जीवन को प्रेम और ज्ञान से संवारने का संकल्प लेते हैं।
गूंजे वीणा, बरसे आशीष,
ज्ञान की रोशनी से हर मन जगमगाए।
बसंत पंचमी पर यह शुभ अवसर,
ज्ञान और प्रेम से हो जीवन का सफर।