
हर साल गणतंत्र दिवस प्रत्येक भारतीय के हृदय में देशप्रेम की भावना को जागृत करता है। इस विशेष दिन पर हम उन महापुरुषों को स्मरण करते हैं, जिन्होंने तिरंगे की आन, बान और शान के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। साथ ही, हम उन वीर सैनिकों को नमन करते हैं, जो देश की सीमाओं पर दुश्मनों से लड़ते हुए प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। उनके प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करते हुए “दिल को छू जाने वाली देशभक्ति शायरी” हर भारतीय के हृदय में देशप्रेम की लहर पैदा करती है।
वतन की मोहब्बत का जुनून ऐसा सिरफिरा हो,
हर देशद्रोही के आगे तिरंगा लहरा हो।
खून की हर बूंद कहे यही,
“जान लुटा दूं तुझ पर ऐ देश, ये वादा सच्चा हो।”
सीने में आग, हाथों में तिरंगा लिए चलते हैं,
दुश्मन की धरती पर विजय के नगमे लिखते हैं।
मर मिटेंगे इस धरती पर, मगर झुकेंगे नहीं,
हम भारतवासी हैं, किसी से डरते नहीं।
जो वतन के खिलाफ उठाए निगाहें,
उनके इरादों को तोड़ दो।
भारत की मिट्टी को कोई ललकारे,
तो उनके नाम मिट्टी में गाड़ दो।
हर सांस तिरंगे के लिए समर्पित है,
हर ख्वाब देश के लिए प्रतिबद्ध है।
जो भी भारत की तरफ बढ़ाए बुरी नजर,
उसकी दुनिया तबाह करना हमारा सिद्ध है।
हमने खून से सींचा है इस वतन को,
कोई ललकारे तो हर जवाब तैयार है।
देश की आन पर कभी आंच न आने देंगे,
दुश्मनों के इरादे कर देंगे बर्बाद है।
“खतरनाक देशभक्ति शायरी”
तिरंगा लहराएगा वहां तक जहां आसमान खत्म हो,
दुश्मन का हर एक सपना यहीं पर खत्म हो।
हम हैं सपूत इस मिट्टी के,
हमारा इरादा कभी कमजोर न हो।
मां के चरणों में जान लुटा दी जाएगी,
हर दुश्मन की नींव हिला दी जाएगी।
जो भी करे वतन पर गद्दारी,
उसकी कहानी यहीं दबा दी जाएगी।
भारत मां के वीर सपूत कहलाते हैं,
हम शेर हैं, दुश्मनों को सबक सिखाते हैं।
जो भी तिरंगे को छूने का ख्वाब देखे,
हम उसका नामोनिशान मिटा जाते हैं।
गद्दारों के लिए यहां कोई जगह नहीं,
हमारे दिलों में देश से बड़ा कोई रुतबा नहीं।
हर सांस में बस तिरंगा है लहराता,
हमारी रगों में बस भारत है बहता।
जमीन मांगे तो जमींदोज कर देंगे,
हर साजिश का नाश कर देंगे।
देश के खिलाफ जो खड़ा होगा,
हम उसकी हस्ती का विनाश कर देंगे।
“देश भक्ति शायरी दो लाइन”
देशभक्ति शायरी गहरी भावनाओं को कम शब्दों में व्यक्त करने की ताकत रखती है। दो लाइन की देश भक्ति शायरी मातृभूमि के प्रति प्रेम, सैनिकों के बलिदान और देश के लिए मर-मिटने के जज़्बे को यह शायरी बेहद खूबसूरती से अभिव्यक्त करती है। यह न केवल राष्ट्र के प्रति गर्व और समर्पण की भावना को उजागर करती है, बल्कि हमें प्रेरित भी करती है।
हमें ललकारने से पहले सोचना पड़ेगा,
हमारी नजरों से बचकर रहना पड़ेगा।
हम देशभक्ति के दीवाने हैं,
दुश्मन का हर षड्यंत्र मिटाना पड़ेगा।
तिरंगे का हर रंग गर्व से झूमता है,
भारत का हर सपूत रणभूमि में चमकता है।
दुश्मन चाहे कितना भी शक्तिशाली हो,
हमारा इरादा हर बार भारी पड़ता है।
वतन के लिए जो जीते हैं, वे अमर हो जाते हैं,
हर लड़ाई में विजय के नगमे गाते हैं।
दुश्मन सोच भी नहीं सकता,
हम भारतवासी हर बार इतिहास रचाते हैं।
वतन के लिए जो जीते हैं, वे अमर हो जाते हैं,
हर लड़ाई में विजय के नगमे गाते हैं।
दुश्मन सोच भी नहीं सकता,
हम भारतवासी हर बार इतिहास रचाते हैं।
मिट्टी की खातिर हर दर्द सह लेंगे,
देश की खातिर जान भी दे देंगे।
हमारा हौसला पत्थर को भी पिघला देगा,
जो वतन को ललकारेगा, उसे मिटा देंगे।
“देश भक्ति शायरी दो लाइन attitude”
आजादी हर भारतीय का जन्म सिद्ध अधिकार है, तिरंगा आसमान में फहरता जब दिल से (“देश भक्ति शायरी दो लाइन attitude”) ऐसी शायरी उन दिलों में आग भर देती है, जो अपने देश के लिए कुछ कर दिखाने का जज्बा रखते हैं। यह शायरी गर्व और शक्ति का एहसास दिलाती है, जो हर भारतीय के हृदय को प्रोत्साहित करती है और तिरंगे की शान को बनाए रखने का संदेश देती है।
देश के लिए जो मर मिटे, वही अमर कहानी बनते हैं,
वीरों के बलिदान से ही तिरंगे आसमान में लहराते हैं।
वतन से मोहब्बत हर दिल का फर्ज है,
जान से बढ़कर हमें अपनी माटी पर नाज़ है।
मिट्टी की खातिर हर दर्द सह लेंगे,
देश की खातिर जान भी दे देंगे।
हमारा हौसला पत्थर को भी पिघला देगा,
जो वतन को ललकारेगा, उसे मिटा देंगे।
jaankarilo.com की तरफ से हर देश प्रेमी को जय हिंद! वंदे मातरम्!