
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत में की थी। इस योजना का उद्देश्य देश में शिशु लिंग अनुपात में गिरावट को रोकना और महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान करना है। यह पहल बेटियों के संरक्षण और उनकी शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ समाज में लैंगिक समानता स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Beti Bachao, Beti Padhao Kavita
बेटी है घर का उजियारा,
उसके बिन सब सूना सारा।
जीवन को देती है रंग,
बेटी है खुशियों का संग।
उसके जन्म से फूल खिले,
उसके संग आँगन झूमे।
हर कदम पर वो आगे बढ़े,
हर सपना पूरा कर दिखाए।
बेटी है शक्ति, बेटी है जान,
बेटी से रोशन है जहान।
उसकी शिक्षा है जरुरी,
बिन उसके हर राह अधूरी।
मत रोको उसको उड़ने से,
मत बांधो उसके सपनों को।
दुनिया को दिखा दो ताकत,
बेटी के ज्ञान और जज़्बे की।
नहीं कमजोर, नहीं बेचारी,
बेटी तो है दुर्गा अवतारी।
बचाओ उसे, पढ़ाओ उसे,
सपनों के पंख लगाओ उसे।
समाज को अब ये समझाओ,
बेटी को भी आगे बढ़ाओ।
उसके बिना सब अधूरा है,
बेटी ही जग का नूरा है।